थमा देता है साहस की लाठी मेरे हाथ ;
ये मेरा मन मुझे कभी हारने नहीं देता ..........
गुजारी हुई यादों की तस्वीरें ,आने वाले कल के सपने,काल
समय सदा ही उकेरता रहता है मेरे अन्तर्मन में ;
ये मेरा मन मुझे अभी मायूस नहीं होने देता .......................
जीवन के आरोहों-अवरोहों में ,खो जाते हैं विचार जिन्दगी के शोर में ;
समेट लेता है मुझे अपने आगोश में , ये मन मेरा मुझे कभी एकाकी नहीं होने देता.....................
यादों के गलियारों से गुजरते हुए ,गुजरे हुए हादसों को अध्याय सा सहेजते हुए ;
अनुभवों की नींव से फिर निर्माण करता ;
मेरा मन मुझे सहलाता और संवारता रहता है....................
नियति के सधे हुए क्रम में ,निर्माण और निर्वाण के काल क्रम में ,
जब मिटने लगतीं हैं पानी में लिखी इबारतें,
तब हौसला देता मेरा ये मन मुझे कभी बिखरने नहीं देता ..................
जीवन में उत्सवों के रंग भरता मेरा ये मन मेरे जीवंत होने को प्रमाणित करता,
मेरा मन मुझे कभी हरने नहीं देता ....................
सादर
19 टिप्पणियां:
सकारात्मक सोच से ओत प्रोत बहुत सुंदर लगी कविता!!
Bahut sundar bhavana !
बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति...संगीता जी..
Thanx
मन के हारे हार है
मन के जीते जीत
सुन्दर सकारात्मक सोच से ओत प्रोत रचना के लिए आभार...
यादों के गलियारों से गुजरते हुए ,गुजरे हुए हादसों को अध्याय सा सहेजते हुए ;
अनुभवों की नींव से फिर निर्माण करता ;
मेरा मन मुझे सहलाता और संवारता रहता है... जबरदस्त भाव
अनुपम भाव संयोजित करती उत्कृष्ट अभिव्यक्ति ..
सबसे पहले ब्लोग वपस मिल जाने की ढेरों बधई .....
आल तो बिल्कुल मन से निकली है आपकी रचना ....!!
बहुत सुंदर ....!
मनहर यह रचना लगी, इच्छा बोध विचार |
सहे वेदना मन सभी, बढ़िया ये उदगार |
बढ़िया ये उदगार, बोझ मन भर मन धरते |
यह जीवन संसार, कभी न पार उतरते |
उत्सव का एहसास, कराये हरदम रविकर |
मन ही सच्चा दोस्त, भरोसा मन का मनहर ||
बहुत सुंदर भावपूर्ण अभिव्यक्ति,बेहतरीन रचना,,,,,संगीता जी ,....
MY RECENT POST,,,,,काव्यान्जलि,,,,,सुनहरा कल,,,,,
साहस की मिसाल
है ये रचना
जीवन के आरोहों-अवरोहों में ,खो जाते हैं विचार जिन्दगी के शोर में ;
समेट लेता है मुझे अपने आगोश में , ये मन मेरा मुझे कभी एकाकी नहीं होने देता.............
मन ही होता है जो उभारता है किसी भी निराशा के पल में ... दरिद संकप्ल मन कों जीवित रखता है .. आशा भरी सुन्दर रचना ...
मित्रों चर्चा मंच के, देखो पन्ने खोल |
आओ धक्का मार के, महंगा है पेट्रोल ||
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शुक्रवारीय चर्चा मंच ।
बहुत सुन्दर सकारात्मक सोच लिए अप्रतिम रचना
सकारात्मकता ही उत्साह का खजाना है....
सुंदर रचना...
सादर।
kahte hain na man k hare baar hai...man k jeete jeet...bas man sambhal leta hai to fir koi pareshani pareshan nahi kar sakti.
बेहतरीन रचना...सुंदर प्रस्तुति..आभार
पढ़े इस लिक पर
दूसरा ब्रम्हाजी मंदिर आसोतरा में जिला बाडमेर राजस्थान में बना हुआ है!
....
आपकी ऊंची सोच को सलाम |
बहुत सुन्दर !
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